दिल्ली गोलीकांड: सीएए के खिलाफ मार्च से पहले युवक ने फायरिंग की, कहा- ये लो आजादी; वारदात से पहले फेसबुक लाइव भी किया

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ मार्च से पहले गुरुवार को जामिया यूनिवर्सिटी के पास एक युवक ने फायरिंग की। इससे वहां अफरातफरी मच गई। युवक करीब 12 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में काफी देर तक देसी कट्टा लहराता रहा और हवाई फायरिंग की। उसने गोली चलाते वक्त 'ये लो आजादी' के नारे भी लगाए। गोली लगने से जामिया में मॉस कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रहा छात्र शादाब फारूक जख्मी हो गया। उसे एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। 


अपडेट्स



  • आरोपी गोपाल शर्मा (17 साल) ग्रेटर नोएडा के जेवर इलाके का रहने वाला है। वह 12वीं की पढ़ाई कर रहा है। उसने रामभक्त गोपाल नाम से बनी फेसबुक प्रोफाइल पर फायरिंग से पहले फेसबुक लाइव भी किया। पुलिस गोपाल से पूछताछ कर रही।

  • फायरिंग के बाद जामिया यूनिवर्सिटी के कई छात्र घटनास्थल पर जमा हो गए। उन्होंने पुलिस के खिलाफ गो बैक के नारे भी लगाए। पुलिस ने कहा- आप लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करिए। इलाके में पुलिसफोर्स की तैनाती बढ़ी।

  • गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से बात कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। ट्वीट किया- सरकार ऐसी किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी, दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

  • अमित शाह के बयान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- दिल्ली की कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है। कृपया इसका ध्यान रखें।

  • कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पूछा- भाजपा कैसी दिल्ली चाहती है?








जामिया के छात्रों ने विरोध में पुलिस गो बैक के नारे लगाए


जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी (जेसीसी) गुरुवार को सीएए और एनआरसी के विरोध में राजघाट तक मार्च निकाल रही थी। यूनिवर्सिटी की छात्रा आमना आसिफ ने कहा- ''हम मार्च निकालते हुए आगे बढ़ रहे थे, लेकिन हॉली फैमिली हॉस्पिटल के पास पुलिस ने रास्ते में बेरिकेडिंग कर रखी थी। अचानक से एक युवक हथियार लहराता हुआ आया और गोलियां चलाने लगा। एक गोली मेरे दोस्त शादाब फारूक के बाएं हाथ में लगी। वह मॉस कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रहा है।'' पिछले महीने भी सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान जामिया यूनिवर्सिटी और उसके आसपास के इलाके में हिंसा हुई थी।


 


पिता ने कहा- बेटे ने कभी लड़ाई नहीं की, वह तो पढ़ाई कर रहा था
गोपाल के पिता राजेंद्र शर्मा पान की दुकान चलाते हैं। उनके दो बेटे हैं गोपाल बड़ा बेटा है जो 12वीं में पढ़ता है। पिता ने कहा कि बेटे ने इससे पहले कभी किसी से लड़ाई नहीं की थी। वह तो पढ़ाई कर रहा था। वहीं, मोहल्ले के लोग कह रहे हैं कि गोपाल फेसबुक पर तीन साल से ज्यादा ही एक्टिव हो गया था।


घटना अनुराग ठाकुर के बयान का नतीजा: पाकिस्तानी मीडिया



  • पाकिस्तान के अखबार द डॉन की वेबसाइट ने इस घटना को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयान से जोड़ा। डॉन ने लिखा- हाल ही के दिनों में मोदी की पार्टी भाजपा ने प्रदर्शनकारियों को गद्दार बताते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की थी। इसी हफ्ते मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली में एक चुनावी रैली में गद्दारों को गोली मारने वाले नारों में अपना सुर मिलाया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने उन पर कार्रवाई की थी।

  • अल-जजीरा की वेबसाइट ने लिखा कि गांधीजी की हत्या के दिन को चुनते हुए जामिया में यह मार्च रखा गया था। गांधीजी की हत्या एक हिंदू चरमपंथी नाथूराम गोडसे ने की थी। यह घटना ऐसे समय हुई है जब दिसंबर से ही भारत में नागरिकता संशोधन कानून काे लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं।